Monday, February 18, 2019

LEARN ABOUT YOGA AND ITS BENEFITS

                                     LEARN ABOUT YOGA AND ITS BENEFITS



#ASTROLOGER _DEV_SWAROOP_SHASTRIJI  ने हमे बताया कि  #YOG संस्कृत धातु 'युज' से निकला है, जिसका मतलब है व्यक्तिगत चेतना या आत्मा का सार्वभौमिक चेतना या रूह से मिलन। योग, भारतीय ज्ञान की पांच हजार वर्ष पुरानी शैली है। हालांकि कई लोग योग को केवल शारीरिक व्यायाम ही मानते हैं, जहाँ लोग शरीर को मोडते, मरोड़ते, खींचते हैं और श्वास लेने के जटिल तरीके अपनाते हैं। यह वास्तव में केवल मनुष्य के मन और आत्मा की अनंत क्षमता का खुलासा करने वाले इस गहन विज्ञान के सबसे सतही पहलू हैं | योग का अर्थ इन सब से कहीं विशाल है । योग विज्ञान में जीवन शैली का पूर्ण सार आत्मसात किया गया है।
योग हमें शारीरिक, मानसिक रूप से तथा श्वसन में लाभ देता हैं। जब आप सुन्दर विचारो के संग होते हैं तो जीवन यात्रा शांति, ख़ुशी और अधिक ऊर्जा से भरी होती हैं।
#OSHO का भी कहना था कि योग धर्म, आस्था और अंधविश्वास से परे है। योग एक सीधा विज्ञान है। प्रायोगिक विज्ञान है। योग है जीवन जीने की कला। योग एक पूर्ण चिकित्सा पद्धति है। एक पूर्ण मार्ग है- राजपथ। दरअसल, धर्म लोगों को खूंटे से बांधता है और योग सभी तरह के खूंटों से मुक्ति का मार्ग बताता है।

यदि आप भी #YOGA#JYOTISHI #NUMEROLOGY #ASTROLOGY से सम्बंधित कुछ जानना चाहते है या फिर  सीखना चाहते है तो कृपया संपर्क कीजिये :-

#Swami_Dev_Swroop_Shastri
(09219634387)
#Manglam_Vidhya_Peeth_Agra

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Saturday, February 9, 2019

Learn About Numerology Secrets In Hindi

                                       Learn About Numerology Secrets In Hindi



#Astrologer #DEV_SWAROOP_SHASTRIJI  के अनुसार अंक ज्योतिष  में प्रत्येक अंक का एक प्रतिनिधि ग्रह माना गया है, जिसका संबंधित अंक वाले व्यक्ति के संपूर्ण जीवन पर प्रभाव रहता है। जैसे अंक 1 का प्रतिनिधि ग्रह सूर्य है। इसलिए उस व्यक्ति पर सूर्य का पूर्ण प्रभाव रहेगा। उसके मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा, धन का आगमन सबकुछ सूर्य से संचालित होता है। इसी तरह अन्य अंक वालों को भी उस अंक के प्रतिनिधि ग्रह की कृपा प्राप्त होती। 
वैदिक ज्योतिष की तरह अंक शास्त्र  में भी प्रत्येक अंक वाले व्यक्ति की सफलता के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं। यदि अपने अंक के अनुसार उपाय करेंगे तो निश्चित रूप से प्रत्येक कार्य में सफलता मिलेगी।इसके लिए सबसे पहले आपको अपना लाइफ पाथ नंबर पता होना चाहिए। लाइफ पाथ नंबर निकालने के लिए व्यक्ति को अपनी संपूर्ण जन्म तारीख का जोड़ करना होता है। जैसे किसी व्यक्ति की जन्म तारीख 11. सितंबर. 1976 है, तो इन सभी अंकों का जोड़ कर लें। तारीख का जोड़ 2, महीने का जोड़ 9, वर्ष का जोड़ 23 यानी 5, अब इन सभी का जोड़ कर लें तो अंक 7 आएगा। यानी उस व्यक्ति का लाइफ पाथ नंबर हुआ 7 हुआ |
यदि आप भी #Numorology से सम्बंधित कुछ जानना चाहते है या फिर इस विधा को सीखना चाहते है तो कृपया हमसे संपर्क कीजिये :-

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Saturday, February 2, 2019

जाने हवन क्या होता है और इसको पूरे विधि विधान से करने का हमारे जीवन में क्या महत्व है ?


   जाने हवन क्या होता है और इसको पूरे विधि विधान से करने का हमारे  जीवन में क्या महत्व है ?




#Swami_Dev_Swroop_Shastriji के अनुसार #Hawan अथवा यज्ञ हिन्दू धर्म में शुद्धिकरण का एक कर्मकांड है। कुंड में अग्नि के माध्यम से देवता के निकट हवि पहुंचाने की प्रक्रिया को यज्ञ कहते हैं। स्वामीजी कहते है कि #Shastro के अनुसार ऐसा माना जाता है कि यदि आपके आसपास किसी बुरी आत्मा इत्यादि का प्रभाव है तो हवन प्रक्रिया इससे आपको ‍मुक्ति दिलाती है। शुभकामना, स्वास्थ्य एवं समृद्धि इत्यादि के लिए भी हवन किया जाता है।

हवन के लिए उपयोग होने वाली सामग्री :-

स्वामीजी कहते है कि हवन सामग्री में हम कस्तूरी, केसर, अगर, तगर, चंदन, जटामांसी, इलायची, तुलसी, जायफल, जावित्री, कपूर व कपूर कचरी, गुग्गल, नागरमोथा, घी, फल, कंद, चावल, जौ, गेहूं, शहद, शक्कर, किशमिश, छुआरा, गिलोय, आदि पदार्थो का प्रमुख रूप से उपयोग करते है |

स्वामीजी के अनुसार वैज्ञानिक  दृष्टिकोण से भी हवन और यज्ञ इंसान और प्रकृति दोनों के लिये काफी फायदेमंद है |

हवन वायु को शुद्ध करती हैं। साथ ही इसके प्रभाव से बीमारियों का नाश होता है। हवन में उपयोग किए जाने वाले सामान दुर्गंध दूर करने के अलावा वायुमंडल तक पहुंचकर मौसम का संतुलन भी बनाए रखते हैं।

वैज्ञानिकों के अनुसार हवन करने पर फॉर्मेल्डीहाइड गैस  पैदा होती है। यह गैस बिना परिवर्तित हुए वायुमंडल में फैल जाती है। इस गैस की यह विशेषता है कि जब यह वाष्प के साथ होती है तो कीटाणुनाशक का काम करती है। इसलिए हवन से जितनी भी फॉर्मेल्डीहाइड गैस पैदा होती है वह वायुमंडल को शुद्ध करती है।

यदि आप भी #Jyotishi  से सम्बंधित कुछ जानकारी लेना चाहते है तो आप भी सीधे संपर्क कर सकते है :-

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Sunday, January 27, 2019

जाने क्या है नाड़ी ज्योतिष विद्या का महत्व और इसके रहस्य के बारे में


ये तो हम सभी जानते है कि ज्योतिष विधा के कई रूप होते है किन्तु जिस विधा की हम बात करने वाले है उसके बारे में बहुत कम लोगो ने सुना और पढ़ा होगा |आज हम ज्योतिष की बड़ी पुरानी विधा नाड़ी ज्योतिष  की बात करने जा रहे है |


 नाड़ी ज्योतिष मूल रूप से दक्षिण भारत में अधिक लोकप्रिय और प्रचलित है, जिसमें यह दावा किया जाता है कि इसमें दुनिया के हर व्यक्ति का भूत, भविष्य और वर्तमान सब कुछ लिखा है और यह सब आज की बात नहीं है। आज से हजारों लाखों साल पहले ही सब कुछ लिख दिया गया था।
इस ज्योतिष विधा में ताड़ पत्र पर लिखे भविष्य के द्वारा ज्योतिषशास्त्री भविष्य कथन करते हैं। इस ज्योतिष की यह एक अनूठी शैली है और ऐसा माना जाता है कि यह विधा भगवान शिव के गण नंदी की देन है जिसको लेकर एक बहुत पुरानी प्राचीन कथा भी प्रसिद्ध है |


इस ज्योतिष विधि की एक और विशेषता ये है कि जहाँ अन्य ज्योतिष विधि में बारह भाव होते हैं जिनसे फलादेश किया जाता है जबकि नाड़ी ज्योतिष विधि में सोलह भाव होते हैं।
आप भी ज्योतिष की इस प्राचीन विधा को सीखकर अपने या किसी भी व्यक्ति के भूत,वर्तमान और भविष्य से सम्बंधित जीवन के बारे में जान सकते है |


इस विधि द्वारा अपना भविष्य जानने या इस ज्योतिष 
विधा को सीखने आदि से सम्बंधित जानकारी के लिए कृपया संपर्क कीजिये :-
Swami Dev Swaroop Shastri Ji,
Osho Astro Meditation Centre,Agra
Contact No :- 09219634387


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